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कृतज्ञता— जीने की कला

दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो एक ऐसा जीवन जीने का सपना देखते हैं, जो आप अभी जी रहे हैं। इसका आपको अंदाजा नहीं है। आप जो सांस ले रहे हैं उसे महसूस करें। अपने जीवन का जश्न मनाएं। जीवन को जियो । हम तो अपनी दिनचर्या को लगभग 75 साल तक जीते हैं, जिसे ही हम जीवन कहते हैं।लेकिन यह जीवन नहीं है। अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि क्यों आपको यहां भेजा गया है।? क्या आप अभी भी इस अवधारणा के साथ खिलवाड़ नहीँ कर रहे हैं ! आप यहाँ क्यों थे तो आप अभी तक नहीं जिये ही नहीं । आप कड़ी मेहनत करतेहैं, आप पैसा कमाते हैं,यह आप अपने लिए ही करते हैं, यह जीवन नहीं है।


आप ऐसे लोगों को तलाश करें जिन्हें आपके मदद की जरूरत है। आप उनके जीवन को बेहतर बना सकते हैं। आप वह सोखने वाले स्पंज बन जाते हैं जो सभी नकारात्मकता को सोख सकता है,तबआप वह व्यक्ति बन जाते हैं जो सुंदर और सकारात्मक वातावरण का उत्सर्जन कर सकता है, और जब आपको पता चलता है कि आपने किसी का जीवन बदल दिया है और आपकी वजह से उस व्यक्ति ने हार नहीं मानी बस यही वह दिन है जब आप रहते हैं हमेशा।


हम कृतज्ञता की बात कर रहे थे। मैं हर समय क्यों मुस्कुराती हूँ? मैं अकेले क्यों रोती हूं जब कोई मुझे नहीं देखता हो क्योंकि मैं भी एक इंसान हूं और मुझे भी संतुलन रखना है। मैं सारा दिन मुस्कुराती हूं, क्योंकि मैं जानती हूं कि अगर मैं मुस्कुराऊंगी, तो मैं लोगों के चेहरे पर मुस्कराहट ला सकती हूं।


आपके पास जो कुछ है उसके लिए आभारी रहें,तब आपके पास हमेशा अधिक होगा; लेकिन यदि आप रोएंगे, और उन छोटी चीजों के लिए चिल्लाएंगे जो आपके पास नहीं हैं या जो चीजें आपने खो दी हैं। तब आपके पास कभी भी कुछ पर्याप्त नहीं होगा। कभी-कभी हम उन चीजों के बारे में सोचने में बहुत व्यस्त हो जाते हैं जो हमारे पास नहीं है लेकिन जो आशीर्वाद हमारे पास है उसे संजोना भूल जाते हैं। अपना जीवन पूरी तरह से जियो। आप जैसे हैं वैसे ही खुद को स्वीकार करें। खुद के लिए दयालु रहें , तभी आप दूसरों के प्रति दयालु हो सकते हैं। खुद से प्यार करो और उस प्यार को फैलाओ। जीवन में कठिन कठिनाई होंगी , उथल-पुथल भी होगी। आपकी परीक्षाएँ भी होंगी लेकिन ये सब आपको और मजबूत बनायेंगे; कभी भी हार मत मानो। असली खुशी पैसे या सफलता या प्रसिद्धि में नहीं है। असली खुशी कृतज्ञता में है। तो आभारी रहो, जिंदा रहो। और हर पल जियो।

कृतज्ञता— जीने की कला

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